Sunday, 5 November 2017

राजीव दीक्षित द्वारा फैलाये गये कुछ भ्रम
https://www.youtube.com/watch?v=5XtcFiZwENY                         
इस लिंक में दिए गये विडियो के अनुसार

1 = time 05:06 नेहरु, जिन्नाह और एडविना एक ही कॉलेज में पढ़ते थे और दोस्त थे तथा उनके बीच प्रेम सम्बन्ध भी थे |
जबकि सच ये है कि जिन्नाह की जन्म 1876 में हुआ था और 20 साल की उम्र में यानी 1996 में ही उन्होंने लन्दन के INN COLLEGE से बैरिस्टर की डिग्री ले ली और उस समय तक वो सबसे कम उम्र के ( 19 yr. ) भारतीय थे जिनको बार ऑफ़ इंग्लैंड द्वारा वकालत के लिए बुलाया गया था | इसके बाद वो मुबई में आकर वकालत करने लगे |
नेहरु का जन्म 1889 में हुआ था | मतलब जब जिन्नाह अपनी डिग्री पूरी कर चुके थे तब नेहरु सिर्फ 7 साल के ही थे | ( ना जाने इतनी कम उम्र में नेहरु कैसे जिन्नाह के साथ कॉलेज चले गये ,,,,,,,,,) | नेहरु ने 1907 में अपना स्नातक पूरा किया तथा 1910 में लन्दन से बैरिस्टर की डिग्री ली | मतलब अब तक जिन्नाह को वकालत करते हुए लगभग 15 साल हो चुके थे |
अब बात एडविना की , एडविना का जन्म 1901 में हुआ था | इसका मतलब ये है की जब जिन्नाह ने अपनी वकालत शुरू की थी तब एडविना पैदा भी नही हुई था और जब तक नेहरु ने अपने वकालत की डिग्री ली तब तक एडविना सिर्फ 10 साल की ही थी |

कमाल की बात ये है की ब्रिटिश दस्तावेजो के माध्यम से पता चलता है कि एडविना कभी भी कॉलेज नही गयी थी | ना जाने राजीव दीक्षित जी  कौन सी  दुनिया की बात कर रहे थे |

2= time 07:37 भारत विखंडन से तुरंत पहले अंग्रजो ने लुइस माउंटबेटन की शादी एडविना से कराई ताकि एडविना भारत का विखंडन करवा सके |
जबकि सच तो ये है कि लुइस माउंटबैटन और एडविना की शादी 1921 में ही हो गयी थी 1947 से 26 साल पहले ही |

3= time 25:13 नेहरु की मौत STD नामक बिमारी से हुई जबकि भारत सरकार की रिपोर्ट के अनुसार उनकी मौत देहरादून में हार्ट अटैक से हुई |

4= Time 06:06 जिन्नाह की वकालत नही चली जबकि बॉम्बे हाई कोर्ट द्वारा उनको 1500 महिना वेतन पे जज बनने की पेशकश हुई थी लेकिन जिन्नाह ने विनम्रता पूर्वक ये कह कर इनकार कर दिया था की मेरा सपना 1500 दिन का कमाने का है | जो कि बाद में सच भी हुआ |

5= Time 09:11 एडविना और नेहरु के संबंधो की ७ फोटो इनके पास है जो की बाद सभी फेक साबित हुई | फोटो शॉप के दुनिया में लोग उनकी फोटो को सही मान बैठे है |


यही सब कुछ वजह कि मैं BJP और RSS से इतनी नफरत करता हूँ | इन लोगो ने इतना झूट और भ्रम फैला रखा है कि लोगो ने सच जानना ही छोड़ दिया है | इंसान को भी झूठ सुनने में इतना आनंद आता है कि वो सच जानने की हिम्मत ही नही करता | लेकिन ये झूठ हमारे लिए कितना खतरनाक साबित हो सकता है , इसका अंदाजा कोई नही लगा सकता | आज का भारत वैसा ही जिसकी ईमारत तो काफी शानदार लगती है लेकिन नींव बिलकुल खोखली है | जहाँ भी सच की आंधी चली ये ईमारत तुरंत गिर जायेगी | 

हमे जरा सा भी अंदाज़ा है कि जिस झूठ के सहारे आज हम जी रहे है वही झूठ कल को जब हम अपने बच्चो को सुनायेगे तो वो भी उस पूरा विश्वास करेंगे | लेकिन जब हमारे बच्चो को हकीकत पता चलेगी तो उनका हम पर विश्वास टूट जाएगा | जो कि स्वाभाविक है | 

पता है ये झूठ हमे इतना क्यूँ पसंद आता है ? क्यूंकि ये झूठ हमारे कानो को बड़ा सुकून देता है | हमारे अभिमान , हमारे ईगो को बड़ा सुख पहुंचता है | लेकिन जो सच है वो हमारे अभिमान को झकझोर के रख देता है | इसीलिए हम सच बर्दास्त नही कर पाते | और झूठ को ही अपनी दुनिया मान बैठते है | झूठ तो कोई भी बोल सकता है , कुछ भी बोल सकता है , बहुत रोमांचक ढंग से भी बोला जाता है | लेकिन सच सच ही होता है चाहे किसी भी तरह बोला जाए |